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Togglesahitya Academy Award 2023
पृष्ठभूमि :
साहित्य अकादमी पुरस्कार एक भारतीय पुरस्कार है, जो साहित्य अकादमी द्वारा प्रतिवर्ष भारतीय साहित्य को बढ़ावा देने के लिए भारतीय साहित्यकारों को अलग-अलग भाषाओं में उनके सर्वोत्कृष्ठ साहित्यिक कृति के लिए 24 भाषाओं में प्रदान किया जाता है।
साहित्य अकादमी पुरस्कार की 24 भाषाएं
साहित्य अकादमी पुरस्कार भारतीय संविधान के आठवीं अनुसूची में शामिल 22 अलग-अलग भाषाओं में दिया जाता है। और साथ में इंग्लिश और राजस्थानी भाषाओं में भी दिया जाता है जो की हमारे संविधान में शामिल नहीं है। इस तरह साहित्य अकादमी पुरस्कार कुल 24 भाषाओं में दिया जाता है।
संस्कृत | मराठी | डोंगरी |
कश्मीरी | गुजराती | मैथिली |
पंजाबी | कन्नड़ | संथाली |
उर्दू | मलयालम | बंगाली |
हिंदी | तेलुगू | बोडो |
सिंधी | तमिल | मणिपुरी |
कोंकणी | ओड़िया | राजस्थानी |
नेपाली | असमिया | इंग्लिश |
साहित्य अकादमी पुरस्कार 2023
हाल ही में 24 भाषाओं में साहित्य अकादमी पुरस्कार 2023 की घोषणा की गई है।
साहित्य अकादमी पुरस्कार 2023 में नौ काव्य संग्रह, तीन निबंध, छह उपन्यास, पांच कहानी और एक साहित्य अध्ययन को दिया गया है।
यह पुरस्कार जनवरी 2017 सेदिसंबर 2021 तक के प्रतिष्ठित नवीन प्रकाशित रचनाओं के लिए दिया गया है।
साहित्य अकादमी पुरस्कार 2023 के वर्तमान में अध्यक्ष माधव कौशिक है।
साहित्य अकादमी पुरस्कार 2023 की सूची
भाषा | साहित्य | विजेता |
हिंदी | मुझे पहचानो | संजीव |
संस्कृत | शुन्यये मेघनम् | अरुण रंजन मिश्र |
मराठी | रिंगड | कृशांत खोट |
इंग्लिश | रिक्विम इन राग जानकी | नीलम शरण गोर |
उर्दू | राजदेव की अमराई | सादीका नवाब शहर |
सिंधी | हाथु पकडी जैन | विनोद अशुदानी |
कश्मीरी | येथ वेवेह हेले संग कौस जेले | मंसूर बनहाली |
पंजाबी | मन दी चिप | स्वर्णदीप सावी |
राजस्थानी | पलकटी प्रीत | गजे सिंह राजपुरोहित |
गुजराती | टूंडिलटुंडीका पद्यावर्त | विनोद जोशी |
कोंकणी | वर्षल | प्रकाश एस पर्यकर |
नेपाली | नेपाली लोककथाओं और लोक संस्कृति का परिचय | युद्धवीर राणा |
ओड़िया | अप्रत्याशित मौत | आशुतोष परीदा |
बोडो | जिउ- सफरानी दावन | नंदेश्वर दैमारी |
डोंगरी | दौन सदिया एक सीर | विजय शर्मा |
मैथिली | संवेतन को समझना | बासुकीनाथ झा |
संथाली | जाबा बाहा | तारासीन बासकी |
मणिपुरी | याचागंबा नांग | सोरोखैबन गम्भिनी |
असमिया | श्रेस्ठ गैल्पो | प्रणव ज्योति डेका |
बंगाली | जलेर उपर पानी | स्वप्नमय चक्रवर्ती |
तेलुगू | टी पतंजलि शास्त्री | रामेश्वरम काकुलु मारीकोनी |
तमिल | निरवाजी पदुवुम | राजशेखरन |
मलयालम | आलोचना | ई वी रामकृष्णन |
कन्नड़ | महाभारत अनुषंददा भारतत्रे | लक्ष्मेश तोलपाडी |
साहित्य अकादमी पुरस्कारों की शुरुआत
साहित्य अकादमी पुरस्कार की स्थापना वर्ष 12 मार्च 1954 में की गई थी। और पहली बार यह पुरस्कार वर्ष 1955 में दिया गया।
साहित्य अकादमी पुरस्कार में विजेताओं को एक ताम्रपत्र पट्टीका और एक शाल के साथ ₹100000 नगद राशि पुरस्कार के रूप में सम्मानित किया जाता है।
साहित्य अकादमी द्वारा दिए जाने वाले साहित्य अकादमी पुरस्कार के लिए दी गई पट्टीका को भारतीय फिल्म निर्माता सत्यजीत रे द्वारा तैयार किया गया था।
पंडित जवाहरलाल नेहरू साहित्य अकादमी के पहले अध्यक्ष चुने गए थे।
सहित्य अकादमी का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।
1955 में पुरस्कार की स्थापना के समय पुरस्कार की इनामी राशि ₹5000 थी परंतु समय के साथ राशि को बढ़कर वर्ष 2010 में पुरस्कार की इनामी राशि ₹100000 कर दी गई।
परीक्षाओं हेतु संभाव्य प्रश्न
1 ) साहित्य अकादमी पुरस्कार की स्थापना कब की गई – 12 मार्च 1954
2 ) साहित्य अकादमी पुरस्कार पहली बार कब दिए गए – 1955
3 ) साहित्य अकादमी पुरस्कार 2023 हिंदी भाषा में मुझे पहचानो साहित्य के लिए प्रदान किया गया – संजीव
4 ) साहित्य अकादमी पुरस्कार 2023 इंग्लिश भाषा में रिक्विम इन राग जानकी साहित्य के लिए किसे दिया गया – नीलम शरण गोर
5 ) साहित्य अकादमी पुरस्कार 2023 मराठी भाषा में रिंगड साहित्य के लिए किसे दिया गया – कृशांत खोट
6 ) साहित्य अकादमी पुरस्कार कितनी भाषाओं में दिया जाता है – 24 भाषाओं में
7 ) साहित्य अकादमी पुरस्कार के लिए कितनी राशि दी जाती है – ₹100000 नगद राशि
8 ) साहित्य अकादमी पुरस्कार 2023 के अध्यक्ष कौन है – माधव कौशिक