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ToggleBiggest Drop in Gold in 3 Years | 3 साल में सबसे बड़ी गिरावट! क्या सोना फिर से ऊपर जाएगा?
सोने की कीमतों में इस हफ्ते बड़ी गिरावट देखी गई, जिससे यह तीन वर्षों में सबसे खराब साप्ताहिक प्रदर्शन की ओर बढ़ रही है। शुक्रवार, 15 नवंबर को, सोना अपने निम्न स्तर पर पहुंच गया क्योंकि अमेरिकी डॉलर की मजबूती और फेडरल रिज़र्व की संभावित नीतियों ने निवेशकों की रुचि को प्रभावित किया।
सोने की कीमतों का वर्तमान हाल
शुक्रवार को स्पॉट गोल्ड 0.2% की मामूली बढ़त के साथ $2,571.99 प्रति औंस पर पहुंचा। इस सप्ताह सोने की कीमतों में 4% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई, जो कि गुरुवार को 12 सितंबर के बाद सबसे निचला स्तर छू चुका है।
भारत में, एमसीएक्स (MCX) पर सोने के वायदा भाव 0.11% की बढ़त के साथ ₹74,031 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुए।
अन्य धातुओं का हाल:
- चांदी (Spot Silver): 0.6% की वृद्धि के साथ $30.63 प्रति औंस।
- प्लेटिनम: 0.7% बढ़कर $946.31 पर।
- पैलेडियम: 1.6% बढ़कर $955.80 पर।
तीनों धातुएं हफ्ते भर के दौरान दबाव में रहीं और कमजोर मांग के चलते इनकी कीमतों में गिरावट आई।
सोने की कीमतों में गिरावट के कारण
1. अमेरिकी डॉलर की मजबूती
इस सप्ताह अमेरिकी डॉलर में मजबूती आई, जिससे अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोना महंगा हो गया।
- अमेरिकी डॉलर इंडेक्स 106.50 के ऊपर पहुंच गया, जो लगभग एक वर्ष का उच्चतम स्तर है।
- यूएस ट्रेजरी यील्ड भी 4.40% के पार चली गई, जिससे सोने की मांग प्रभावित हुई।
2. अमेरिकी फेडरल रिज़र्व की नीतियां
फेडरल रिज़र्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने गुरुवार को कहा कि ब्याज दरों में कटौती को लेकर जल्दबाजी की आवश्यकता नहीं है। इसके बाद, बाजारों में दिसंबर में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की संभावना 83% से घटकर 59% रह गई।
ब्याज दरों में वृद्धि के चलते सोने जैसे बिना रिटर्न देने वाले एसेट्स की आकर्षण कम हो जाती है।
भारत में सोने की कीमतों का विश्लेषण
एमसीएक्स पर सोने का भाव ₹74,031 तक पहुंचा, लेकिन हफ्ते भर में ₹73,500 तक गिरने की संभावना जताई जा रही है।
- समर्थन स्तर: ₹73,880 – ₹74,050
- प्रतिरोध स्तर: ₹74,510 – ₹74,780
विशेषज्ञों का कहना है कि डॉलर की मजबूती और महंगाई के आंकड़े सोने की कीमतों को और नीचे धकेल सकते हैं।
वैश्विक बाजारों में सोने का प्रदर्शन
विश्लेषकों के अनुसार, अमेरिकी महंगाई दर (CPI) 2.4% की अपेक्षा 2.6% तक पहुंच गई, जिसके कारण अमेरिकी डॉलर को मजबूती मिली।
- सोने के लिए समर्थन स्तर $2,540–$2,520 और प्रतिरोध स्तर $2,582–$2,605 के बीच है।
- चांदी का समर्थन $29.65 पर और प्रतिरोध $30.72 के करीब है।
क्या आगे बढ़ेगी सोने की कीमत?
विशेषज्ञों का मानना है कि अल्पावधि में सोने पर दबाव बना रहेगा, लेकिन दीर्घकालिक दृष्टिकोण सकारात्मक हो सकता है।
- यदि वैश्विक बाजारों में कोई राजनीतिक या आर्थिक अस्थिरता उत्पन्न होती है, तो सोने की मांग फिर से बढ़ सकती है।
- क्रिप्टोकरेंसी, विशेष रूप से बिटकॉइन ($93,000), की मांग में तेजी ने सोने और चांदी की आकर्षण को कम कर दिया है।
निवेशकों के लिए सलाह
- सोने में निवेश के लिए सही समय का चुनाव करें।
- चांदी और प्लेटिनम जैसे अन्य विकल्पों पर भी ध्यान दें।
- बाजार में उतार-चढ़ाव का सही विश्लेषण कर निर्णय लें।
सोने की कीमतों पर सामान्य प्रश्न (FAQs)
1. सोने की कीमतों में इतनी बड़ी गिरावट क्यों आई है?
सोने की कीमतों में गिरावट का मुख्य कारण अमेरिकी डॉलर की मजबूती और फेडरल रिज़र्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती को लेकर सतर्कता है। जब डॉलर मजबूत होता है, तो सोना अन्य मुद्राओं में महंगा हो जाता है, जिससे निवेशकों का ध्यान सोने से हट सकता है।
2. क्या सोने की कीमत और भी गिर सकती है?
विशेषज्ञों के अनुसार, वर्तमान में सोने की कीमतें $2,540–$2,520 के बीच समर्थन स्तर पर हैं, लेकिन यदि अमेरिकी डॉलर और यूएस ट्रेजरी यील्ड की स्थिति मजबूत रहती है, तो सोने में और गिरावट हो सकती है। हालांकि, यदि कोई आर्थिक या राजनीतिक अस्थिरता होती है, तो सोने की मांग बढ़ सकती है।
3. भारत में सोने के भाव में क्या बदलाव आए हैं?
भारत में सोने का वायदा भाव ₹74,031 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच चुका है। हालांकि, आगामी दिनों में इसे ₹73,500 तक गिरने की संभावना जताई जा रही है, क्योंकि डॉलर की मजबूती और बढ़ती महंगाई के कारण दबाव बना हुआ है।
4. क्या सोना अभी भी निवेश के लिए एक अच्छा विकल्प है?
सोना एक पारंपरिक निवेश विकल्प है, और जब आर्थिक अस्थिरता होती है या बाजार में उतार-चढ़ाव ज्यादा होते हैं, तो सोने की मांग बढ़ सकती है। हालांकि, वर्तमान में, यदि आप जोखिम लेने के इच्छुक हैं, तो सोने में निवेश करने से पहले बाजार की स्थिति पर ध्यान देना जरूरी है।
5. क्या चांदी और प्लेटिनम जैसे अन्य धातुओं में भी गिरावट हो रही है?
हां, चांदी, प्लेटिनम और पैलेडियम जैसी अन्य कीमती धातुएं भी इस सप्ताह साप्ताहिक गिरावट का सामना कर रही हैं। इनकी कीमतें डॉलर की मजबूती और वैश्विक मांग में कमी के कारण दबाव में हैं।
6. सोने में निवेश करने के लिए सबसे उपयुक्त समय कब है?
सोने में निवेश करते समय यह जरूरी है कि आप बाजार की दिशा और वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों को समझें। यदि सोने की कीमतें गिर रही हैं और डॉलर मजबूत है, तो यह सोने में निवेश के लिए सबसे अच्छा समय हो सकता है। वहीं, अगर कोई अस्थिरता या संकट आता है, तो सोने की कीमतें बढ़ सकती हैं।
7. अमेरिकी फेडरल रिज़र्व की नीतियां सोने की कीमतों पर कैसे असर डालती हैं?
फेडरल रिज़र्व की ब्याज दरों में बदलाव का सोने की कीमतों पर सीधा प्रभाव पड़ता है। जब ब्याज दरें बढ़ती हैं, तो सोने जैसे बिना रिटर्न वाले एसेट्स की आकर्षण कम हो जाती है। वहीं, जब ब्याज दरें घटती हैं, तो सोने की मांग बढ़ सकती है, जिससे उसकी कीमतों में वृद्धि होती है।
8. क्या बिटकॉइन जैसे क्रिप्टोकरेंसी सोने की कीमतों पर प्रभाव डालते हैं?
जी हां, वर्तमान में बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी की लोकप्रियता बढ़ने से सोने की मांग में कमी आई है। निवेशक अब सोने की बजाय डिजिटल संपत्ति में निवेश कर रहे हैं, जिससे सोने की कीमतों पर दबाव बन रहा है।
9. सोने के भविष्य के रुझान क्या हैं?
भविष्य में सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव रहेगा, लेकिन यदि आर्थिक संकट या वैश्विक अस्थिरता होती है, तो सोने की मांग बढ़ने की संभावना है। इस समय, डॉलर और ब्याज दरों के प्रभाव के चलते सोने में गिरावट हो सकती है, लेकिन दीर्घकालिक दृष्टिकोण से सोना हमेशा सुरक्षित निवेश माना जाता है।
10. सोने के भाव को ट्रैक कैसे करें?
सोने के भाव को ट्रैक करने के लिए आप विभिन्न वित्तीय वेबसाइट्स और मोबाइल ऐप्स का उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा, एमसीएक्स (MCX) पर सोने के वायदा भाव भी भारतीय बाजारों में सोने के भाव के ट्रेंड्स को दर्शाते हैं।
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