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ToggleChattisgarh State | छत्तीसगढ़ राज्य: भारत का हरित हृदय
छत्तीसगढ़ राज्य भारत का वह प्रदेश है जिसे अपनी समृद्ध प्राकृतिक संपदा, घने वन क्षेत्र, सांस्कृतिक विविधता और जनकल्याणकारी नीतियों के लिए जाना जाता है। मध्य भारत में स्थित यह राज्य अपनी विशिष्ट पहचान और परंपराओं के साथ देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है ।

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छत्तीसगढ़ राज्य का परिचय
छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना 1 नवंबर 2000 को मध्य प्रदेश से अलग कर की गई थी। इसकी राजधानी रायपुर है, जबकि नया रायपुर (अटल नगर) को प्रशासनिक राजधानी के रूप में विकसित किया गया है । कुल क्षेत्रफल लगभग 135,000 वर्ग किलोमीटर है, और जनसंख्या लगभग 3.08 करोड़ (2025 के अनुमान अनुसार) है ।
यह राज्य उत्तर में उत्तर प्रदेश, पूर्व में झारखंड और उड़ीसा, दक्षिण में तेलंगाना और आंध्र प्रदेश, तथा पश्चिम में महाराष्ट्र एवं मध्य प्रदेश से घिरा हुआ है ।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
छत्तीसगढ़ का इतिहास प्राचीन और गौरवशाली है। मौर्य काल से लेकर हैहायवंशी राजाओं तक यह क्षेत्र राजनीतिक और सांस्कृतिक दृष्टि से समृद्ध रहा। मराठा शासन और बाद में ब्रिटिश काल में इसे ‘छत्तीसगढ़ डिवीजन’ के रूप में जाना गया । 1947 में स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात यह मध्य प्रदेश का हिस्सा बना, और 2000 में इसे स्वतंत्र राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ।
छत्तीसगढ़ की भौगोलिक स्थिति
छत्तीसगढ़ राज्य की भौगोलिक विविधता इसे खास बनाती है। यहां के मैदान, पहाड़, नदियाँ और वन एक संतुलित पारिस्थितिक तंत्र बनाते हैं। महानदी, इंद्रावती और गोदावरी प्रमुख नदियाँ हैं जो इसकी भूमि को सिंचित करती हैं ।
राज्य का लगभग 44 प्रतिशत हिस्सा वनों से आच्छादित है , जो इसे भारत के सबसे हरित राज्यों में से एक बनाता है।
जलवायु और प्राकृतिक संसाधन
यहां की जलवायु उष्णकटिबंधीय है – गर्मियों में अधिक तापमान तथा मानसून के दौरान प्रचुर वर्षा होती है। राज्य खनिज संपदा से भी समृद्ध है, जिसमें कोयला, लौह अयस्क, बॉक्साइट, चूना पत्थर और हीरे शामिल हैं ।
छत्तीसगढ़ की कृषि और अर्थव्यवस्था
छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था मुख्यतः कृषि पर आधारित है। यहां की 70 प्रतिशत आबादी कृषि कार्य से जुड़ी हुई है। धान यहां की प्रमुख फसल है, इसलिए इसे “भारत का धान का कटोरा” कहा जाता है ।
राज्य सरकार ने हाल के वर्षों में “कृषक उन्नति योजना” और “प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना” को बढ़ावा दिया है जिससे किसानों की आय में सुधार हुआ है ।
- फसल विविधीकरण योजना 2025: किसानों को धान के अलावा दालें, तिलहन और मोटे अनाज उगाने पर ₹10,000 से ₹11,000 प्रति एकड़ तक सहायता मिल रही है ।
- सिंचाई परियोजनाएं: सूक्ष्म और लिफ्ट सिंचाई से हजारों हेक्टेयर भूमि सिंचित की जा रही है ।
- जैविक खेती प्रोत्साहन: राज्य ने प्राकृतिक और ऑर्गेनिक खेती में भी निवेश बढ़ाया है ।
उद्योग और खनन
छत्तीसगढ़ में लौह और इस्पात उद्योग, बिजली उत्पादन, सीमेंट और एल्युमिनियम उद्योग प्रमुख हैं। भिलाई इस्पात संयंत्र इसकी औद्योगिक पहचान है, जो एशिया के सबसे बड़े स्टील प्लांट्स में गिना जाता है ।
संस्कृति और लोकजीवन
छत्तीसगढ़ राज्य समृद्ध लोक संस्कृति का केंद्र है। यहां के लोकनृत्य जैसे राउत नाचा, देवार नाचा, पंथी नृत्य और पंडवानी कला इसकी विशिष्ट पहचान हैं ।
छत्तीसगढ़ी भाषा के साथ-साथ हिंदी और गोंडी भी प्रचलित हैं ।
प्रसिद्ध त्यौहार
यहां के प्रमुख त्यौहार हैं – बस्तर दशहरा, हरेली, पोला, और तीजा ।
- बस्तर दशहरा: 75 दिनों तक चलने वाला भारत का सबसे लंबा त्योहार माना जाता है ।
- हरेली: खेती की आरंभिक आशा का प्रतीक, जब किसान खेती के औजारों और गायों की पूजा करते हैं ।
- मड़ई उत्सव: यह सांस्कृतिक मेल एक साथ कई जनजातियों को एकजुट करता है।
पर्यटन स्थल
छत्तीसगढ़ राज्य प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक धरोहरों से भरा है । प्रमुख पर्यटन स्थल हैं:
- चित्रकोट जलप्रपात (भारत का नियाग्रा)
- कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान
- बस्तर का किला और दंतेवाड़ा मंदिर
- सिरपुर के बुद्ध स्थल
ये सभी स्थल भारतीय पुरातत्व, संस्कृति और इको-टूरिज्म के केंद्र हैं।
जनसंख्या और भाषा
2025 के अनुमान अनुसार छत्तीसगढ़ की जनसंख्या करीब 3.08 करोड़ है ।
मुख्य भाषाएँ – छत्तीसगढ़ी, हिंदी, गोंडी, हल्बी आदि हैं ।
धार्मिक दृष्टि से हिंदू बहुसंख्यक हैं, जबकि आदिवासी क्षेत्रों में विभिन्न लोकधर्मों की परंपराएँ जीवित हैं।
जनजातीय जीवन
राज्य की लगभग 30% आबादी जनजातियों से संबंधित है, जिनमें गोंड, बैंगा, मुरिया, और हल्बा प्रमुख हैं । इनके लोकगीत, नृत्य, और कला राज्य की आत्मा माने जाते हैं।
सामाजिक और सरकारी योजनाएँ
छत्तीसगढ़ सरकार ने महिलाओं, किसानों, और ग्रामीण विकास के लिए कई योजनाएँ चलाई हैं:
- महतारी वंदन योजना — महिलाओं को आर्थिक सहायता ।
- मुख्यमंत्री खाद्यान्न सहायता योजना — गरीब परिवारों के लिए खाद्यान्न वितरण।
- गोठान योजना — ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन और स्वच्छता को बढ़ावा ।
शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था
राज्य में शैक्षिक संस्थानों का विस्तार हुआ है। रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग उच्च शिक्षा के प्रमुख केंद्र हैं। स्वास्थ्य क्षेत्र में “डिजिटल हेल्थ कनेक्ट” और “मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना” जैसी पहलें चल रही हैं।
छत्तीसगढ़ की कला और हस्तशिल्प
धातु, लकड़ी, और मिट्टी की कलाकृतियाँ यहां की पहचान हैं। कांसे की बस्तर धातुकला (Bell Metal Art) विश्व प्रसिद्ध है ।
छत्तीसगढ़ राज्य में पर्यावरण संरक्षण
44% वनों से घिरा यह राज्य पर्यावरणीय संतुलन में अहम भूमिका निभाता है । सरकार कार्बन फार्मिंग, वृक्षारोपण और जल संरक्षण परियोजनाओं पर विशेष ध्यान दे रही है ।
निष्कर्ष
छत्तीसगढ़ राज्य भारत के हृदय में बसा एक ऐसा प्रदेश है जो परंपरा और आधुनिकता का संतुलन बनाए हुए है। इसकी हरियाली, जनजातीय संस्कृति, और मेहनतकश जनता इसे विशिष्ट बनाती है। “धान के कटोरे” से लेकर “संस्कृति के केंद्र” तक, छत्तीसगढ़ राज्य आज आत्मनिर्भरता, कृषि नवाचार और पर्यावरणीय संतुलन की नई पहचान रच रहा है ।
छत्तीसगढ़ राज्य का कृषि विकास और नवीनतम सरकारी योजनाएँ
छत्तीसगढ़ राज्य ने 2025 में कृषि क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है। राज्य सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने, खेती को लाभकारी बनाने और पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने के लिए अनेक नवाचार और योजनाएँ शुरू की हैं ।
कृषि विकास की नई दिशा
छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था मुख्यतः कृषि पर आधारित है — लगभग 70% आबादी खेती से जुड़ी है। धान प्रमुख फसल है, लेकिन अब सरकार फसल विविधीकरण, माइक्रो सिंचाई, जैविक खेती, और तकनीकी नवाचारों पर जोर दे रही है ।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साई के नेतृत्व में राज्य ने कृषि को “आत्मनिर्भरता का इंजन” बनाने का संकल्प लिया है।
2025 में प्रमुख कृषि सुधार
2025 में छत्तीसगढ़ में किसानों की उत्पादकता औसतन 18% बढ़ी है । इसका श्रेय सरकार की नई योजनाओं और वैज्ञानिक खेती पद्धतियों को दिया जाता है।
मुख्य सुधार इस प्रकार हैं:
- मृदा स्वास्थ्य सुधार योजना – राज्यभर में मिट्टी परीक्षण प्रयोगशालाएँ स्थापित की गईं ताकि किसान संतुलित उर्वरक प्रयोग कर सकें ।
- डिजिटल फार्म मैनेजमेंट सिस्टम (Agristack Farmer ID) – किसानों के आधार, बैंक खातों और भूमि रिकॉर्ड को जोड़कर सभी लाभ योजनाओं की पारदर्शी डिलीवरी की जा रही है ।
- सूक्ष्म सिंचाई अभियान – ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई को बढ़ावा दिया जा रहा है जिससे पानी की बचत और उत्पादन वृद्धि हो रही है ।
- कृषि प्रसंस्करण और एग्री-बिजनेस हब्स – खाद्य प्रसंस्करण पार्क और आधुनिक भंडारण सुविधाएँ किसानों के लिए नए बाजार अवसर बना रही हैं ।
प्रमुख सरकारी योजनाएँ 2025
1. कृषक उन्नति योजना (Krishak Unnati Yojana)
यह 2025 की सबसे बड़ी राज्य स्तरीय योजना है, जिसमें ₹10,000 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है ।
- लक्ष्य: किसानों को प्रत्यक्ष वित्तीय सहायता और फसल विविधीकरण को प्रोत्साहन।
- लाभ:
2. राजीव गांधी किसान न्याय योजना
यह योजना किसानों को उत्पादन आधारित प्रोत्साहन देती है ताकि वे अधिक क्षेत्र में खेती कर सकें और विविध फसलें अपनाएं। 2025 में इस योजना के माध्यम से राज्यभर में लगभग ₹7,000 करोड़ की राशि वितरित की गई ।
3. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN)
केंद्र सरकार की इस योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के किसान हर वर्ष ₹6,000 की सहायता राशि तीन किस्तों में प्राप्त करते हैं । यह योजना किसानों के खातों में सीधे DBT के माध्यम से जा रही है।
4. पीएम फसल बीमा योजना (PMFBY)
2025 में इस योजना को और डिजिटल बनाया गया है। अब किसान मोबाइल ऐप के माध्यम से फसल बीमा का दावा कर सकते हैं ।
- बीमा कवरेज सूखा, बाढ़, रोग और ओलावृष्टि तक प्रदान करता है।
- सैटेलाइट डेटा से फसल क्षति का आकलन किया जाता है ताकि किसानों को तुरंत मुआवजा मिले।
5. गोठान और गोधन न्याय योजना
यह छत्तीसगढ़ की विशिष्ट योजना है जिसके अंतर्गत सरकार पशुपालकों से गोबर ₹2/किलो की दर पर खरीदती है और उससे वर्मी कम्पोस्ट तैयार किया जाता है ।
- यह योजना “गोठानों” पर आधारित ग्रामीण विकास मॉडल को प्रोत्साहित करती है।
- वर्मी कम्पोस्ट को किसानों को सस्ते दर पर दिया जाता है जिससे जैविक खेती को बढ़ावा मिल रहा है।
6. कुसुम योजना
राज्य में किसानों को सौर ऊर्जा आधारित पंप दिए जा रहे हैं जिससे सिंचाई में डीज़ल निर्भरता घटे और लागत कम हो ।
डिजिटल कृषि क्रांति
छत्तीसगढ़ में “एग्रीस्टैक किसान आईडी” (Agristack Farmer ID) को लागू किया गया है जो प्रत्येक किसान का डिजिटल पहचान पत्र होगा । इसके माध्यम से किसान समस्त कृषि योजनाओं, बीमा, सब्सिडी और फसल सलाह सेवाओं को एक ही प्लेटफॉर्म पर प्राप्त कर सकते हैं।
भविष्य की दिशा
राज्य सरकार 2026 तक कृषि निर्यात में 25% वृद्धि का लक्ष्य रख रही है। इसके लिए:
- जिला-स्तर पर कृषि-प्रसंस्करण इकाइयाँ स्थापित की जा रही हैं।
- जलवायु-स्मार्ट खेती अपनाने वाले किसानों को कार्बन क्रेडिट प्रोत्साहन दिया जा रहा है ।
- महिला स्व-सहायता समूहों को खाद्य प्रसंस्करण और जैव उर्वरक उत्पादन से जोड़ा जा रहा है ।
छत्तीसगढ़ राज्य से जुड़े सामान्य प्रश्न (FAQ)
प्रश्न 1: छत्तीसगढ़ राज्य किसके लिए प्रसिद्ध है?
छत्तीसगढ़ अपने घने वनों, धान उत्पादन, जनजातीय संस्कृति, और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। इसे “भारत का हरित हृदय” और “धान का कटोरा” कहा जाता है। बस्तर क्षेत्र की लोककला, पंडवानी नृत्य, और चित्रकोट जलप्रपात इसकी विशेष पहचान हैं ।
प्रश्न 2: छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना कब हुई थी?
छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना 1 नवंबर 2000 को मध्य प्रदेश से अलग कर की गई थी, और इसकी राजधानी रायपुर घोषित की गई ।
प्रश्न 3: छत्तीसगढ़ की राजधानी और प्रमुख शहर कौन-कौन से हैं?
मुख्य राजधानी रायपुर है, जबकि नया प्रशासनिक नगर “अटल नगर (नवा रायपुर)” के रूप में विकसित किया गया है। इसके अलावा दुर्ग, बिलासपुर, कोरबा, जगदलपुर और धमतरी प्रमुख शहर हैं ।
प्रश्न 4: छत्तीसगढ़ में घूमने के प्रमुख पर्यटन स्थल कौन से हैं?
कुछ प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में चित्रकोट जलप्रपात, कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान, सिरपुर के बौद्ध स्थल, बस्तर महल, और माई देई मंदिर शामिल हैं। यहां के राष्ट्रीय उद्यान और जलप्रपात इसे रोमांचक इको-टूरिज्म गंतव्य बनाते हैं ।
प्रश्न 5: छत्तीसगढ़ में घूमने के लिए सबसे अच्छा समय कब है?
अक्टूबर से मार्च का समय सबसे उपयुक्त माना जाता है, जब मौसम शुष्क और सुहावना रहता है। गर्मियों में तापमान 45°C तक पहुँच सकता है, जबकि बारिश के मौसम में हरियाली देखने लायक होती है ।
प्रश्न 6: छत्तीसगढ़ की प्रमुख फसलें कौन सी हैं?
धान यहां की प्रमुख फसल है, साथ ही कोदो-कुटकी, मक्का, गन्ना, तिलहन और दालें भी उगाई जाती हैं। सरकार फसल विविधीकरण के तहत किसानों को बहुफसली खेती के लिए प्रोत्साहित कर रही है ।
प्रश्न 7: छत्तीसगढ़ में प्रमुख सरकारी कृषि योजनाएँ कौन सी हैं?
- कृषक उन्नति योजना 2025: फसल विविधीकरण हेतु ₹10,000–₹11,000 प्रति एकड़ की सहायता।
- राजीव गांधी किसान न्याय योजना: उत्पादन आधारित प्रोत्साहन राशि।
- गोठान योजना: गोबर खरीद और जैविक उर्वरक उत्पादन को बढ़ावा।
- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY): प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा हेतु बीमा।
- एग्रीस्टैक किसान आईडी: डिजिटल कृषि सेवाओं का एकीकृत प्लेटफॉर्म ।
प्रश्न 8: छत्तीसगढ़ राज्य की जनसंख्या और जनजातियों का प्रतिशत कितना है?
2025 के अनुमान अनुसार राज्य की जनसंख्या लगभग 3.08 करोड़ है, जिनमें से करीब 32% लोग जनजातीय समुदाय से संबंधित हैं। प्रमुख जनजातियाँ — गोंड, मुरिया, बैंगा और हल्बा हैं ।
प्रश्न 9: छत्तीसगढ़ की भाषा और खानपान किस प्रकार का है?
मुख्य भाषा छत्तीसगढ़ी है, जबकि हिंदी, गोंडी, और हल्बी भी प्रचलित हैं। खानपान में चावल, दाल, ठेठरी-खुरमी, फरा, और चीला प्रमुख पारंपरिक व्यंजन हैं ।
प्रश्न 10: छत्तीसगढ़ की संस्कृति की क्या विशेषताएँ हैं?
यहां की संस्कृति लोकगीत, नृत्य, जनजातीय परंपराओं और धार्मिक विविधता से समृद्ध है। “हरेली”, “तीजा”, और “बस्तर दशहरा” यहां के विशिष्ट त्यौहार हैं, जो कृषि और समाज के गहरे जुड़ाव को दर्शाते हैं ।
प्रश्न 11: छत्तीसगढ़ के पर्यावरण संरक्षण के लिए क्या कदम उठाए गए हैं?
राज्य ने कार्बन फार्मिंग, वृक्षारोपण, और जैविक खेती को बढ़ावा दिया है। इसके अलावा लगभग 44% क्षेत्र वनाच्छादित है, जो प्राकृतिक संतुलन बनाए रखता है ।
प्रश्न 12: छत्तीसगढ़ में इको-टूरिज्म या कृषि पर्यटन की संभावनाएँ क्या हैं?
राज्य में “अग्रिटूरिज़्म” तेजी से विकसित हो रहा है — जिसमें पर्यटक गांवों और खेती संस्कृति का अनुभव कर सकते हैं। बस्तर, कांकेर और धमतरी जिले इस दिशा में अग्रणी हैं ।
प्रश्न 13: छत्तीसगढ़ में किस प्रकार के उद्योग प्रमुख हैं?
यह राज्य खनिज आधारित उद्योगों का केंद्र है। भिलाई स्टील प्लांट, कोरबा पावर हब और सीमेंट उद्योग इसकी औद्योगिक पहचान हैं। इसके अलावा, खाद्य प्रसंस्करण और हस्तशिल्प पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है ।
प्रश्न 14: छत्तीसगढ़ में शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था कैसी है?
रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर उच्च शिक्षा के प्रमुख केंद्र हैं। स्वास्थ्य क्षेत्र में “मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना” और “डिजिटल हेल्थ कनेक्ट” जैसी पहलें चलाई जा रही हैं ।
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