Kolkata All Information | कोलकाता: पूर्वी भारत का सांस्कृतिक और वाणिज्यिक केंद्र

Kolkata All Information | कोलकाता: पूर्वी भारत का सांस्कृतिक और वाणिज्यिक केंद्र

Kolkata All Information | कोलकाता: पूर्वी भारत का सांस्कृतिक और वाणिज्यिक केंद्र

कोलकाता, जिसे पहले कलकत्ता के नाम से जाना जाता था, भारत के पश्चिम बंगाल राज्य की राजधानी तथा पूर्वी भारत का प्रमुख महानगर है। अपनी रंगीन संस्कृति, ऐतिहासिक विरासत, व्यापारिक समृद्धि और शैक्षिक केंद्र के कारण कोलकाता महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस लेख में कोलकाता के इतिहास, भूगोल, जनसंख्या, संस्कृति, पर्यावरण, पर्यटन और आर्थिक विकास के विषयों को सहज, रोचक और व्यापक तरीके से समझाया गया है।


Kolkata All Information | कोलकाता: पूर्वी भारत का सांस्कृतिक और वाणिज्यिक केंद्र

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कोलकाता का इतिहास

कोलकाता का इतिहास 1690 के दशक से शुरू होता है जब ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने हुगली नदी के किनारे इस क्षेत्र में अपना व्यापार केंद्र स्थापित किया। कोलकाता जल्द ही भारत की ब्रिटिश राजधानी बना और यहाँ औपनिवेशिक स्थापत्य-कला के कई अद्भुत उदाहरण देखे जा सकते हैं। 1911 में दिल्ली राजधानी बनने से पहले कोलकाता ब्रिटिश भारत की राजधानी थी। यहां का सांस्कृतिक और साहित्यिक परिदृश्य रबीन्द्रनाथ टैगोर, शांतिनिकेतन, और विभिन्न स्वतंत्रता संग्रामों से समृद्ध है।


भौगोलिक स्थिति और जलवायु

कोलकाता हुगली नदी के पूर्वी तट पर बंगाल की खाड़ी के करीब बसा है। इसकी जलवायु उष्णकटिबंधीय मानी जाती है, जिसमें गर्मी में भारी उमस और मानसून के दौरान अच्छी वर्षा होती है, जबकि सर्दियाँ ठंडी और सुखद होती हैं। कोलकाता क्षेत्रफल में लगभग 185 वर्ग किलोमीटर का है और यह महानगर भारत के सबसे बड़े शहरी इलाकों में से एक है।


जनसंख्या और सामाजिक संरचना

कोलकाता की आबादी लगभग 1.5 करोड़ है, जो इसे भारत और विश्व के प्रमुख महानगरों में से एक बनाती है। यहाँ बंगाली भाषा प्रमुख है, साथ ही हिंदी, उर्दू, अंग्रेजी भी व्यापक रूप से बोली जाती हैं। कोलकाता विविधता का शहर है जहां विभिन्न धर्म, जाति और भाषाई समूह सौहार्द के साथ रहते हैं। इसकी साक्षरता दर भारत के कई अन्य महानगरों से बेहतर है।


कोलकाता की संस्कृति और कला

कोलकाता को “भारत की सांस्कृतिक राजधानी” कहा जाता है। यहाँ का साहित्य, नाट्य, संगीत, और कला समृद्ध है। यहाँ की प्रमुख घटनाओं में दुर्गा पूजा, कोलकाता फिल्म फेस्टिवल, और साहित्यिक समारोह प्रमुख हैं। रेवती चतुर्वेदी, ऋतिक घोष जैसे बड़े साहित्यकार इसी शहर के हैं। शामिनी घोष और पारंपरिक बंगाली लोकनृत्य भी कई युगों से यहाँ जीवित हैं।


आर्थिक विकास और उद्योग

कोलकाता पूर्वी भारत का आर्थिक हब है। यहाँ व्यापार, वित्त, उद्योग, शिक्षा, और सेवा क्षेत्र विकसित हैं। जूट उद्योग, कपड़ा, कैल्को उद्योग, और इंजीनियरिंग कारखानों का कोलकाता में बड़ा योगदान है। भारतीय स्टेट बैंक, भिलाई स्टील प्लांट जैसे कई बड़े संगठन का यह मुख्यालय है। आइटी और नवोदित व्यवसाय भी शहर की अर्थव्यवस्था को समृद्ध कर रहे हैं।


पर्यटन आकर्षण

कोलकाता में कई ऐतिहासिक और आधुनिक स्थल पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। प्रमुख हैं:

  • विक्टोरिया मेमोरियल: ब्रिटिश कालीन भव्य स्मारक।
  • हावड़ा ब्रिज: विश्व प्रसिद्ध पुल।
  • इडेन गार्डन्स: क्रिकेट प्रेमियों का केंद्र।
  • सांस्कृतिक केंद्र: रवींद्र भवन, नंदीकांत थिएटर।
  • पार्क स्ट्रीट: भोजन और शॉपिंग के लिए लोकप्रिय।

शैक्षणिक एवं अनुसंधान केंद्र

कोलकाता अनेक विश्वविद्यालयों और शोध संस्थान का घर है, जैसे कि कोलकाता विश्वविद्यालय, जादवपुर विश्वविद्यालय, इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टिट्यूट, और भारतीय विज्ञान संस्थान। ये शैक्षणिक संस्थान देशभर में उच्च शिक्षा के लिए प्रसिद्ध हैं।


परिवहन और आधारभूत संरचना

कोलकाता महानगर में मेट्रो, बस, ऑटो, टैक्सी, और रेल का अच्छा नेटवर्क है। कोलकाता मेट्रो भारत की पहली मेट्रो सेवा है। हावड़ा रेलवे स्टेशन देश के प्रमुख रेलवे जंक्शनों में से एक है। नेल्कॉन हवाई अड्डा अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा उपलब्ध कराता है।


निष्कर्ष

कोलकाता न केवल पश्चिम बंगाल की राजधानी है, बल्कि यह इतिहास, संस्कृति, व्यापार, शिक्षा, और पर्यटन का एक जीवंत केंद्र भी है। इसकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और आधुनिक विकास इसे भारत के महत्वपूर्ण महानगरों में गिना जाता है। प्रतियोगी परीक्षाओं में कोलकाता का ज्ञान आपको न केवल इतिहास और भूगोल में मदद देगा, बल्कि सामाजिक-आर्थिक संदर्भ भी समझाएगा।


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