PM Voshwakarma Yojna

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना संपूर्ण जानकारी | PM VIshwakarma Yojna

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना संपूर्ण जानकारी | PM VIshwakarma Yojna

पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरुआत

गरीबी और बेरोजगारी की वजह से गांव देहात के लोग नौकरी के तलाश में शहरों की और पलायन कर रहे हैं। और इसी वजह से गांव के पारंपरिक कारीगर और शिल्पकार (skilled worker) कम होते जा रहे हैं। इसी बात को नजर रखते हुए पारंपरिक कारीगर और शिल्पकारों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर 2023 को पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की।

PM Voshwakarma Yojna

पीएम विश्वकर्मा योजना संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी

पीएम विश्वकर्मा योजना केंद्र सरकार के अंतर्गत आता है और केंद्र सरकार ने इसके लिए 13000 करोड रुपए प्रारंभिक परिव्यय रखा है।

शुरुआत में यहां योजना 2023-24 से 2027-28 तक 5 सालों के लिए लाई गई है।

इस योजना कोसूक्ष्म लघु मध्यम उद्यम (MSME) मंत्रालय द्वारा मुख्य रूप से नियंत्रित किया जाता है।

पीएम विश्वकर्म योजनाकी घोषणा 16 अगस्त 2023 को की गई थी।

पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को प्रशिक्षित करना इस योजना का उद्देश्य है। और उन्हें नए और अच्छे उपकरण प्रदान करके उनके कार्य क्षमता को बढ़ाना इस योजना का लक्ष्य है।

इस योजना के तहत कारीगरों के ब्रांड का प्रमोशन करके उन्हें बाजार से जोड़ा जाएगा।

इस योजना के तहत कारीगरों को प्रमाण पत्र और एक आईडी कार्ड दिया जाएगा।

इस योजना के अंतर्गत भारत के सभी शहरी और ग्रामीण भागों के कारीगरों और शिल्पकारों को सहायता प्रदान की जाएगी।

इस योजना के अंतर्गत पहले चरण में 18 पारंपरिक व्यवसाय को शामिल किया गया है।

18 पारंपरिक व्यवसाय :

नाव निर्माता,

बढई,

अस्त्र बनाने वाला,

लोहार,

ताला बनाने वाला,

हथोड़ा और टूल किट निर्माता,

सुनार,

कुम्हार,

मूर्तिकार,

मोची,

राजमिस्त्री,

झाडू निर्माता / जूट बुनकर,

गुडिया और खिलौने निर्माता,

नाई,

माला बनाने वाला,

धोबी,

दर्जी और

मछली पकड़ने की जाल बनाने वाले

प्रशिक्षण / skeling

इस योजना के तहत कारीगरों को 5 से 7 दिन (40 घंटे ) का  दिया जाएगा।

अगर कोई इच्छुक उम्मीदवार है तो उसे 15 दिन (120 घंटे) का और प्रशिक्षण दिया जाएगा।

योजना के तहत कारीगरों को प्रशिक्षण के साथ-साथ ₹500 प्रतिदिन के रूप में रोजगार भी दिया जाएगा। और ₹15000 तक की टूल किट भी दी जाएगी।

ऋण सहायता / credit support

योजना के तहत कारीगरों को बिना कुछ गिरवी रखे .₹100000 तक का लोन दिया जाएगा। अगर उन्होंने 18 महीने केअंदर लौटा दिया तो वह कारीगर दो लाख रुपए तक के लोन के लिए योग्य हो जाएगा।

लोन का 5% ऋण कारीगर चुकाएगा और 8% ऋण MSME के तरफ से चुकाया जाएगा।

इस लोन के तहत उम्मीदवारों की क्रेडिट गारंटी भारत सरकार लेगी।

विपणन समर्थन / marketing support

विपणन के लिए राष्ट्रीय समिति (NCM) इस योजना में सर्विस प्रोवाइड करेगी जैसे की गुणवत्ता का प्रमाणन, ब्रांडिंग और प्रचार, ई-कॉमर्स लिंकेज, व्यापार मेला विज्ञापन, प्रचार और अन्य विपणन गतिविधियां.

पात्रता मापदंड / eligibility criteria

कोई भी व्यक्ति ऊपर दिए गए 18 पारंपरिक व्यवसायों से संबंधित है तो वह व्यक्ति इस योजना का लाभ उठा सकता है।

इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपकी उम्र कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए।

अगर किसी परिवार में कोई भी व्यक्ति सरकारी नौकरी में कार्यरत है तो वह व्यक्ति इस योजना के लिए पात्र नहीं होगा।

अगर पिछले 5 वर्षों में किसी व्यक्ति ने पीएम स्वनिधि, मुद्रा योजना, सेल्फ एंप्लॉयमेंट जैसी सरकारी योजनाओं का लाभ उठाया है तो वह व्यक्ति इस योजना के लिए पत्र नहीं होगा।


पीएम विश्वकर्म योजना संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न

1 ) पीएम विश्वकर्म योजना की शुरुआत कब की गई – 17 सितंबर 2023

2 ) पीएम विश्वकर्म योजना का लाभकौन उठा सकते हैं – पारंपरिक कारीगर और शिल्पकार

3 ) पीएम विश्वकर्म योजना किस मंत्रालय के अंतर्गत आता है – सूक्ष्म लघु मध्यम उद्यम (MSME) मंत्रालय

4 ) पीएम विश्वकर्म योजना के अंतर्गत उम्मीदवारों को कितने रुपए तक की लोन राशि मिलती है – 2 लाख रुपए

5 ) पीएम विश्वकर्म योजना के अंतर्गत पहले चरण में कितने पारंपरिक व्यवसायों को शामिल किया गया है – 18 पारंपरिक व्यवसाय


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