सरोजिनी नायडू और राष्ट्रीय महिला दिवस
भारत की पहली महिला राज्यपाल सरोजिनी नायडू वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष होने के साथ भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में भी सक्रिय थी। उनकी याद में प्रतिवर्ष 13 फरवरी को उनके जन्मदिन पर राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है।

सरोजिनी नायडू (13 फरवरी 1879 – 2 मार्च 1949)
भारतीय स्वतंत्रता सेनानी सरोजिनी नायडू का जन्म 13 फरवरी 1879 में ब्रिटिश भारत के हैदराबाद राज्य में हुआ था। उनकी मां एक बंगला कवित्री थी वहीं से उन्हें भी कविताएं लिखने और का छंद लगा।
सरोजिनी नायडू को अपने कविताओं के जरिए अपनी सुंदर कल्पना और समाज को देखने का दृष्टिकोण की वजह से गांधी जी द्वारा उन्हें “भारत की कोकिला” उपनाम दिया गया। “ द बाजार्स ऑफ हैदराबाद” उनकी प्रसिद्ध कविताओं में से एक थी जिसे वर्ष 2012 में प्रकाशित किया गया था।
सरोजिनी नायडू का राजनीतिक जीवन
कांग्रेस के प्रसिद्ध नेता गोपाल कृष्ण गोखले के आग्रह पर सरोजिनी नायडू ने वर्ष 1902 में राजनीति का सफर शुरू किया। उन्होंने राष्ट्रीय आंदोलन में महिलाओं के अधिकार और कौशल्य को बढ़ावा देने के लिए अपने कविताओं के जरिए अपने विचार प्रस्तुत किए और महिलाओं का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने वर्ष 1918 में अठरावे बॉम्बे प्रांतीय सम्मेलन में और बॉम्बे मे कांग्रेस के विशेष सत्र में महिलाओं के लिए मताधिकार प्रस्ताव पेश किया।
1917 से वह महात्मा गांधी जी के साथ अहिंसक आंदोलन में जुड़ गई और ब्रिटिश शासन के खिलाफ सत्याग्रह आंदोलन किया।
सरोजिनी नायडू वर्ष 1925 में कानपुर में हुए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन की पहली महिला अध्यक्ष बनी।
सरोजिनी नायडू 1927 में स्थापित अखिल भारतीय महिला सम्मेलन की संस्थापक सदस्यों में से एक थी।
12 मार्च से 5 अप्रैल 1930 तक चले महात्मा गांधी जी के नमक सत्याग्रह में वह सक्रिय थी। 6 अप्रैल 1930 को महात्मा गांधी की गिरफ्तारी के बाद सरोजिनी नायडू ने सविनय कायदा भांग अभियान को आगे बढ़ाया।
भारत के स्वतंत्रता के पश्चात सरोजिनी नायडू उत्तर प्रदेश में भारत की पहली महिला राज्यपाल बनी।
2 मार्च 1949 को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में उनका निधन हुआ। बाद में 13 फरवरी 1964 को केंद्र सरकार ने उनके सम्मान में 15 पैसे का एक डाक टिकट जारी किया।
धरसाना सत्याग्रह (21 में 1930)
धरसाना सत्याग्रह ब्रिटिश शासन के नमक कर के खिलाफ 21 में 1930 में किया गया एक विरोध प्रदर्शन था। दांडी नमक सत्याग्रह के बाद महात्मा गांधी ने सविनय अवज्ञा की शुरुआत की और गुजरात के धरसाना की और बड़े जिसका नेतृत्व सरोजिनी नायडू और मौलाना अबुल कलाम आजाद ने किया था। सत्याग्रह के दौरान घायल हुए लोगो की सेवा करके उन्हें फिर से सत्याग्रह के लिए तैयार करना इस आंदोलन में सरोजिनी नायडू का महत्वपूर्ण योगदान था।
राष्ट्रीय महिला दिवस
8 मार्च को प्रतिवर्ष अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। परंतु भारत में “भारत की कोकिला” सरोजिनी नायडू की सम्मान में उनके जयंती पर 13 फरवरी 2014 से राष्ट्रीय महिला दिवस की शुरुआत की गई। जो की महिला सशक्तिकरण के लिए बहुत बड़ा उदाहरण है
संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न
1 ) राष्ट्रीय महिला दिवस कब और क्यो मनाया जाता हैं ?
उत्तर : सरोजिनी नायडू के जन्मदिन के अवसर पर 13 फरवरी को राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है।
2 ) भारत की पहली महिला राज्यपाल कौन है ?
उत्तर : सरोजिनी नायडू उत्तर प्रदेश में भारत की पहली महिला राज्यपाल बनी।
3 ) धरसाना सत्याग्रह किसके नेतृत्व में किया गया था ?
उत्तर : सरोजिनी नायडू के नेतृत्व मे 21 में 1930 को धरसाना सत्याग्रह किया गया।
4 ) “भारत की कोकिला” नाम से किसको जाना जाता है ?
उत्तर : महात्मा गांधी द्वारा सरोजिनी नायडू को “भारत की कोकिला” नाम दिया गया।
5 ) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष कोन थी ?
उत्तर : सरोजिनी नायडू 1925 में कानपुर में हुए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन की पहली महिला अध्यक्ष बनी।
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