विश्व वन्यजीव दिवस | WORLD WILDLIFE DAY

विश्व वन्यजीव दिवस | WORLD WILDLIFE DAY

जंगली प्रजातियों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही अनैतिक तस्करी पर रोक लगाने के लिए 20 दिसंबर 2013 को बैंकाक में आयोजित संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने अपने 68 वे सत्र में 3 मार्च को विश्व वन्यजीव दिवस के रूप में घोषित किया जिससे संपूर्ण विश्व में वन्यजीव जंतुओं और वनस्पतियों के प्रति जागरूकता बढ़ाई जा सके और वन्य जीव जंतुओं और वनस्पतियों की सुरक्षा की जा सके। इसका प्रस्ताव पहली बार थाईलैंड द्वारा रखा गया था।

वर्ष 1973 में इसी स्थिति पर वनस्पतियों और वन्यजीवों की लुप्त हो रही प्रजातियों के लिए जंगली जीवों और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन (CITES) को अपनाया गया था।

विश्व वन्यजीव दिवस | WORLD WILDLIFE DAY

CITES (The Conversation on International Trade in Endangered species of Wild Fauna and Flora) दुनिया भर में सभी देशों के बीच एक अंतरराष्ट्रीय समझौता है, इसके द्वारा यह सुनिश्चित किया जाता है कि वन्य जीव-जंतु और वनस्पतियों के अंतरराष्ट्रीय व्यापार से वन संपत्ति के अस्तित्व को किसी प्रकार का खतरा न हो।

3 मार्च 1973 को संयुक्त राज्य अमेरिका के वॉशिंगटन डीसी शहर में हुई बैठक में दुनिया भर से 80 देशों के प्रतिनिधियों द्वारा इसे सहमति दी गई और 1 जुलाई 1975 को CITES को लागू किया गया।

18 अक्टूबर 1976 में भारत CITES में शामिल हुआ और इस तरह भारत इस संगठन में शामिल होने वाला 25 व देश बना।

वर्तमान में CITES में 184 सदस्य देश या संगठन शामिल है, और इसका सचिवालय संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम द्वारा आयोजित किया जाता हैऔर यह जिनेवा स्विट्जरलैंड में स्थित है।

“वन्य जीव संरक्षण के लिए साझेदारी” वर्ष 2023 के विश्व वन्यजीव दिवस की थीम रही है, इसके जरिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थानीय जीव जंतु और वनस्पतियों के संरक्षण के प्रयासों के लिए जागरुकता फैलाई जाती है।

वन्य जीव और वनस्पतियों के संरक्षण के लिए केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा बहुत से उपक्रम चलाए जाते हैं। साथ ही वन्य जीव अपराध से निपटने के लिए वन्य जीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो भी कार्यरत है।

वर्ष 1972 में वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 भी लागू कर दिया गया। जिसके जरिए प्राणियों का अवैध शिकार, तस्करी और अवैध व्यापार पर रोक लगाया जा सके इससे कई लुप्तप्राय प्रजातियों को संरक्षण करने में मदद हुई है।

वन संरक्षण अधिनियम 1980

जल संरक्षण अधिनियम 1974

पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986

1 ) विश्व वन्यजीव दिवस कब मनाया जाता है ?

उत्तर : विश्व वन्यजीव दिवस हर साल 3 मार्च को मनाया जाता है।

2 ) CITES को कब अपनाया गया था ?

उत्तर : 3 मार्च 1973 को संयुक्त राज्य अमेरिका के वॉशिंगटन डीसी शहर में हुई बैठक में CITES को अपनाया गया था।

3 ) CITES मैं वर्तमान में कितने सदस्य देश या संगठन शामिल है ?

उत्तर : वर्तमान में CITES में 184 सदस्य देश या संगठन शामिल है।

4 ) CITES में भारत कब शामिल हुआ ?

उत्तर : 18 अक्टूबर 1976 में भारत CITES में शामिल हुआ

5 ) विश्व वन्यजीव दिवस क्यों मनाया जाता है ?

उत्तर : जंगली प्रजातियों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही अनैतिक तस्करी और व्यापार की वजह से लुप्त हो रहे वन्य जीव और वनस्पतियों के संरक्षण के लिए हर साल 3 मार्च को विश्व वन्यजीव दिवस मनाया जाता है।


नोबेल पुरस्कार 2023राष्ट्रीय खेल पुरस्कार
साहित्य अकादमी पुरस्कारव्यास सम्मान पुरस्कार
पद्म पुरस्कार 2024भारत रत्न पुरस्कार 2024
खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2024इंडियन प्रीमियर लीग
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्समहिला प्रीमियर लीग
खेलो इंडिया शीतकालीन गेम्स 2024एशियाई खेल 2023
खेलो इंडिया पैरा गेम्सहॉकी विश्व कप
बीच गेम्स 2024, दीव 
  • Bihar Election 2025 Ka Sabse Sahi Analysis & Winner List | बिहार चुनाव 2025 का धमाकेदार रिजल्ट

    Bihar Election 2025 Ka Sabse Sahi Analysis & Winner List | बिहार चुनाव 2025 का धमाकेदार रिजल्ट

    Bihar Election 2025 Ka Sabse Sahi Analysis & Winner List | बिहार चुनाव 2025 का धमाकेदार रिजल्ट परिचय बिहार चुनाव 2025 भारतीय लोकतंत्र की सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं में शामिल रहा है, जिसका विश्लेषण समाज, राजनीति, प्रशासनिक ढांचे और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को समझने के लिए शिक्षा तथा परीक्षाओं में अक्सर पूछा जाता है। Wikimedia Commons 1.…

  • Delhi Blast 2025 | दिल्ली ब्लास्ट 2025

    Delhi Blast 2025 | दिल्ली ब्लास्ट 2025

    Delhi Blast 2025 | दिल्ली ब्लास्ट 2025 दिल्ली ब्लास्ट एक दुखद घटना है, जो 10 नवंबर 2025 को नई दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुई थी। यह घटना सामान्य ज्ञान की दृष्टि से महत्वपूर्ण है क्योंकि इसकी जगह, प्रभाव और प्रशासनिक प्रतिक्रिया उल्लेखनीय रही। 10 नवंबर 2025 की शाम करीब 6:52 बजे,…

  • Nagpurs Most Dangerous Underpass! | नागपुर का सबसे खतरनाक अंडरपास! 

    Nagpurs Most Dangerous Underpass! | नागपुर का सबसे खतरनाक अंडरपास! 

    Nagpurs Most Dangerous Underpass! | नागपुर का सबसे खतरनाक अंडरपास!  नागपुर के मनीष नगर क्षेत्र में बना अंडरपास (रेलवे अंडर ब्रिज – RUB) स्थानीय नागरिकों के लिए एक सुविधा के बजाय रोज़ का संकट बन चुका है। इस अंडरपास को जनता की आवाज उठाने, सरकारी निकायों की लापरवाही और घटिया निर्माण गुणवत्ता को उजागर करने के…