Table of Contents
ToggleTop Govt Schemes for Animal Husbandry | पशुपालन की योजनाएँ
भारत एक कृषि प्रधान देश है और पशुपालन यहाँ के किसानों की आजीविका का अहम हिस्सा है। दूध, मांस, अंडे और अन्य पशु उत्पादों से किसान अपनी आमदनी बढ़ाते हैं। इसे और सुदृढ़ बनाने के लिए सरकार समय-समय पर कई लाभकारी योजनाएँ चलाती है। इस लेख में हम आपको बताएँगे कि पशुपालन की कौन-कौन सी योजनाएँ चल रही हैं और उनका लाभ कैसे उठाया जा सकता है।

पशुपालन की मुख्य सरकारी योजनाएँ
राष्ट्रीय पशुधन मिशन (National Livestock Mission)
यह योजना पशुधन के उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ाने के लिए शुरू की गई है। इसके तहत:
- उच्च गुणवत्ता वाली नस्लों को बढ़ावा दिया जाता है।
- किसानों को पशुओं के लिए चारा, टीकाकरण और दवाईयों की सुविधा मिलती है।
- इसके माध्यम से किसानों को डेयरी फार्मिंग, पोल्ट्री फार्मिंग, बकरी पालन आदि में मदद दी जाती है।
डेयरी उद्यमिता विकास योजना (Dairy Entrepreneurship Development Scheme)
यह योजना विशेष रूप से दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए है। इसके अंतर्गत:
- 2 से 10 दुधारू पशु पालने के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है।
- दूध प्रोसेसिंग यूनिट, चिलिंग सेंटर आदि के लिए भी सब्सिडी दी जाती है।
- बैंक लोन और सब्सिडी के रूप में लाभ उठाया जा सकता है।
पशुपालन इंफ्रास्ट्रक्चर विकास निधि (Animal Husbandry Infrastructure Development Fund)
यह योजना किसानों और पशुपालन से जुड़े उद्यमियों को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने में मदद करती है:
- दूध प्रोसेसिंग प्लांट, मांस प्रोसेसिंग यूनिट बनाने में मदद
- सब्सिडी और सस्ता लोन
- रोजगार के नए अवसर
मुर्गीपालन योजना (Poultry Venture Capital Fund)
पोल्ट्री फार्मिंग करने वालों के लिए विशेष योजना:
- छोटे एवं मध्यम स्तर के पोल्ट्री फार्म स्थापित करने के लिए फंडिंग
- चूजे, फीड, दवाईयां, ब्रूडर हाउस आदि की व्यवस्था
- सब्सिडी के साथ बैंक लोन की सुविधा
इन योजनाओं का लाभ कैसे लें?
1️⃣ अपने क्षेत्र के पशुपालन विभाग या कृषि विभाग में संपर्क करें।
2️⃣ ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से भी आवेदन कर सकते हैं।
3️⃣ आवेदन के लिए आधार कार्ड, भूमि रिकॉर्ड, बैंक पासबुक, पासपोर्ट साइज फोटो आदि दस्तावेज़ तैयार रखें।
4️⃣ लोन के लिए बैंक से संपर्क करें और सब्सिडी क्लेम करें।
5️⃣ संबंधित अधिकारियों से योजना की पूरी जानकारी अवश्य लें।
जरूरी सुझाव
✅ हमेशा आधिकारिक वेबसाइट या नजदीकी पशुपालन विभाग से ही जानकारी प्राप्त करें। (Official Site – https://dahd.gov.in/schemes-programmes)
✅ दलालों या एजेंटों से सावधान रहें।
✅ योजना की शर्तें ध्यान से पढ़ें।
✅ सही दस्तावेज़ जमा करें ताकि आपके आवेदन में कोई गलती न हो।
निष्कर्ष
पशुपालन की सरकारी योजनाएँ किसानों के लिए वरदान हैं। ये योजनाएँ न सिर्फ आमदनी बढ़ाने में मदद करती हैं, बल्कि रोजगार सृजन और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत भी बनाती हैं। अगर आप भी पशुपालन करना चाहते हैं तो इन योजनाओं का लाभ ज़रूर उठाएँ और अपनी आजीविका को नई ऊँचाई दें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
पशुपालन की सरकारी योजना क्या होती है?
पशुपालन की सरकारी योजनाएँ किसानों को गाय, भैंस, बकरी, मुर्गी पालन आदि में मदद देने के लिए सरकार द्वारा चलाई जाती हैं। इससे किसान कम खर्च में ज्यादा कमाई कर सकते हैं।
पशुपालन योजना का लाभ कैसे ले सकते हैं?
आप अपने गाँव या जिले के पशुपालन विभाग या कृषि विभाग में जाकर जानकारी ले सकते हैं। कुछ योजनाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन भी होता है। जरूरी कागज जैसे आधार कार्ड, बैंक पासबुक और जमीन के कागज साथ रखें।
क्या डेयरी फार्म खोलने के लिए सरकार से मदद मिलती है?
हाँ, डेयरी उद्यमिता विकास योजना के तहत दूध के काम से जुड़े कामों के लिए सरकार लोन और सब्सिडी देती है। आप इससे दुधारू पशु खरीद सकते हैं और दूध प्रोसेसिंग यूनिट भी बना सकते हैं।
पोल्ट्री फार्मिंग के लिए कोई योजना है क्या?
हाँ, पोल्ट्री वेंचर कैपिटल फंड नाम की योजना है। इसमें मुर्गी पालन शुरू करने के लिए सरकार से आर्थिक मदद मिलती है। चूजे, दवाई और चारा आदि पर भी सहायता मिलती है।
पशुपालन योजना के लिए कौन से कागज जरूरी हैं?
इसके लिए आधार कार्ड, जमीन के कागज, बैंक पासबुक और पासपोर्ट साइज फोटो जरूरी होते हैं। कुछ योजनाओं में लोकल पशुपालन अधिकारी से सर्टिफिकेट भी लेना पड़ सकता है।
जनवरी 2025 महत्वपूर्ण दिन विशेष |
फरवरी 2025 महत्वपूर्ण दिन विशेष |
मार्च 2025 महत्वपूर्ण दिन विशेष |
अप्रैल 2025 महत्वपूर्ण दिन विशेष |