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ToggleClean India Mission | राष्ट्रीय ग्राम स्वच्छता अभियान: एक संगठित प्रयास
परिचय
स्वच्छता किसी भी समाज की समृद्धि और स्वास्थ्य का आधार होती है। भारत जैसे विशाल और विविधता से भरपूर देश में, गाँवों की स्वच्छता सुनिश्चित करना एक महत्वपूर्ण कार्य है। इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए राष्ट्रीय ग्राम स्वच्छता अभियान (National Rural Sanitation Campaign) चलाया गया, जिसका लक्ष्य भारत के ग्रामीण क्षेत्रों को स्वच्छ, स्वस्थ और खुले में शौच मुक्त (ODF) बनाना है।

राष्ट्रीय ग्राम स्वच्छता अभियान का इतिहास
भारत में ग्रामीण स्वच्छता को बढ़ावा देने और लोगों मे जागरूकता निर्माण करणे के लिए विभिन्न योजनाएँ लागू की गईं। इस दिशा में कुछ प्रमुख प्रयास इस प्रकार हैं:
1 ) केन्द्रीय ग्रामीण स्वच्छता कार्यक्रम (1986) : ग्रामीण इलाकों में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए पहली बार एक राष्ट्रीय स्तर की योजना लागू की गई।
2 ) संपूर्ण स्वच्छता अभियान (1999) : इस कार्यक्रम में समुदाय आधारित दृष्टिकोण अपनाया गया, जिससे लोगों की भागीदारी सुनिश्चित हो सके।
3 ) निर्मल भारत अभियान (2012) : इस अभियान का उद्देश्य था गाँवों में व्यक्तिगत और सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराना, जिससे गावों में डायरिया (Diarrhea), टाइफाइड (Typhoid), हैजा (Cholera), पीलिया (Hepatitis A और E), डेंगू और मलेरिया, त्वचा संक्रमण (Skin Infections), कृमि संक्रमण (Intestinal Worms) आदी. बिमारीयों सुरक्षित रह सके।
4 ) स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामिण) (2014) : यह अभियान ग्राम स्तर पर स्वच्छता को एक जन आंदोलन बनाने के लिए शुरू किया गया।
बीमारियो से समाधान और रोकथाम
1 ) हर घर में शौचालय का निर्माण और उपयोग सुनिश्चित करना।
2 ) स्वच्छ जल और सही अपशिष्ट निपटान प्रणाली को अपनाना।
3 ) लोगों को स्वच्छता और हाथ धोने की आदत के बारे में जागरूक करना।
4 ) स्वच्छ भारत अभियान जैसी योजनाओं में लोगों की भागीदारी को बढ़ाना।
5 ) स्कूल मे बच्चो को स्वच्छता के प्रति मार्गदर्शन करना।
राष्ट्रीय ग्राम स्वच्छता अभियान के प्रमुख उद्देश्य
1 ) खुले में शौच को समाप्त करना : प्रत्येक घर में शौचालय निर्माण को बढ़ावा देना और जागरूकता फैलाना।
2 ) कचरा प्रबंधन और पुनर्चक्रण : गाँवों में गीले कचरे के लिए हरा डस्टबिन (Green Dustbin) और सूखे कचरे के लिए नीला डस्टबिन (Blue Dustbin) की उचित व्यवस्था करना।
3 ) स्वच्छ जल की उपलब्धता : ग्रामीण इलाकों में पीने के पानी के स्रोतों को स्वच्छ और सुरक्षित बनाना।
4 ) व्यक्तिगत और सामुदायिक स्वच्छता : हाथ धोने की आदतों को बढ़ावा देना और स्वच्छता से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं को रोकना।
5 ) स्वच्छता के प्रति जागरूकता : गाँवों में स्वच्छता संबंधी जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करना।
राष्ट्रीय ग्राम स्वच्छता अभियान के अंतर्गत क्रियान्वित योजनाएँ
1 ) स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामिण) :
इस योजना के तहत गाँवों को ODF (Open Defecation Free) घोषित करने पर बल दिया गया।
सामुदायिक और व्यक्तिगत शौचालयों के निर्माण को आर्थिक सहायता प्रदान की गई।
ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन (SLWM) की व्यवस्था की गई।
2 ) निर्मल ग्राम योजना :
स्वच्छ और खुले में शौच मुक्त गाँवों को पुरस्कृत किया गया।
ग्रामीण समुदायों को प्रेरित करने के लिए ग्राम पंचायतों को आर्थिक प्रोत्साहन दिया गया।
3 ) ग्रामीण पेयजल एवं स्वच्छता समिति :
गाँवों में जल आपूर्ति और स्वच्छता से जुड़े कार्यों की देखरेख के लिए समितियाँ गठित की गईं।
हर घर स्वच्छ जल अभियान के तहत भारत मे जल आपूर्ती को बढावा दिया गया।
ग्राम स्तर पर ग्राम स्वच्छता अभियान की सफलता के लिए रणनीतियाँ
1 ) सामुदायिक भागीदारी : गाँव के लोगों को अभियान से जोड़कर उनके व्यवहार में परिवर्तन लाना।
2 ) शिक्षा और प्रशिक्षण : स्कूलों और पंचायतों में स्वच्छता पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करना।
3 ) स्थानीय नेतृत्व की भूमिका : ग्राम प्रधान, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सामाजिक संगठनों की मदद लेना।
4 ) नवाचार और तकनीक का उपयोग : ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, बायोगैस संयंत्र और जल शुद्धिकरण जैसी तकनीकों को अपनाना।
राष्ट्रीय ग्राम स्वच्छता अभियान के लाभ
1 ) सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार : संक्रामक बीमारियों की रोकथाम और मानवी आरोग्य में सुधार हुई।
2 ) ग्राम पर्यावरण की स्वच्छता : गंदगी और कचरे से छुटकारा मिला।
3 ) ग्रामीण विकास को बढ़ावा : स्वच्छता के कारण पर्यटन और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार हुआ।
4 ) महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान : घरों में शौचालय बनने से महिलाओं की गरिमा बनी रही।
स्वच्छता अभियान का नारा
“स्वच्छ भारत, स्वस्थ जीवन – हर कदम स्वच्छता की ओर!”
“कूड़ा-कर्कट छोड़ें, स्वच्छता को अपनाएं; स्वस्थ भारत का सपना सजाएं”
“स्वच्छता है जीवन का आधार, साथ मिलकर करें हम सफ़ाई का प्रचार!”
“स्वच्छता है सशक्त समाज की पहचान, हर हाथ में हो सफाई का अभियान!”
“स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत – मिलकर करें स्वच्छता का सारथ!”
“स्वच्छता है जीवन का आधार, सभी मिलकर करें स्वच्छता का प्रचार!”
“सफाई रखो अपनी पहचान, स्वच्छता से बनेगा देश महान”
राष्ट्रीय ग्राम स्वच्छता अभियान संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न
प्रश्न: राष्ट्रीय ग्राम स्वच्छता अभियान (NGSA) क्या है?
उत्तर: राष्ट्रीय ग्राम स्वच्छता अभियान भारत सरकार की एक पहल है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता सुधारना, खुले में शौच को समाप्त करना और स्वच्छ पेयजल एवं स्वच्छता सुविधाओं को बढ़ावा देना है।
प्रश्न: राष्ट्रीय ग्राम स्वच्छता अभियान की शुरुआत कब हुई थी?
उत्तर: यह अभियान 1999 में “संपूर्ण स्वच्छता अभियान” (TSC) के रूप में शुरू हुआ था और बाद में इसे 2012 में निर्मल भारत अभियान (NBA) के रूप में पुनः संरचित किया गया। .
प्रश्न: राष्ट्रीय ग्राम स्वच्छता अभियान किन प्रमुख घटकों पर आधारित है?
उत्तर: राष्ट्रीय ग्राम स्वच्छता अभियान निम्नलिखित प्रमुख घटकों पर आधारित है:
- व्यक्तिगत शौचालय निर्माण
- सामुदायिक स्वच्छता सुविधाएँ
- ठोस और तरल कचरा प्रबंधन
- स्कूल और आंगनवाड़ी स्वच्छता कार्यक्रम
- स्वच्छता पर जागरूकता अभियान
प्रश्न: राष्ट्रीय ग्राम स्वच्छता अभियान को प्रभावी बनाने के लिए कौन-कौन से उपाय अपनाए गए?
उत्तर: इस अभियान को सफल बनाने के लिए सरकार ने निम्नलिखित कदम उठाए है:
- प्रोत्साहन राशि: शौचालय निर्माण के लिए वित्तीय सहायता ।
- स्वच्छता जागरूकता: ग्रामीण समुदायों में प्रचार और प्रशिक्षण ।
- पार्टनरशिप: पंचायत, NGOs और निजी संगठनों की भागीदारी ।
- तकनीकी समर्थन: स्वच्छता सुविधाओं के निर्माण में वैज्ञानिक दृष्टिकोण ।
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