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ToggleCovid 19 Update | कोविड-19 अपडेट: भारत में 257 नए मामले दर्ज, तमिलनाडु और महाराष्ट्र सबसे अधिक प्रभावित | FindAll.co.in
भारत में कोविड-19 संक्रमण एक बार फिर चिंता का कारण बन रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, देशभर में कुल 257 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें सबसे अधिक मामले केरल (69) में सामने आए हैं। इसके बाद महाराष्ट्र में 44 और तमिलनाडु में 34 मामले दर्ज किए गए हैं।
इसके अतिरिक्त, कर्नाटक में 8, गुजरात में 6, दिल्ली में 3 और हरियाणा, राजस्थान एवं सिक्किम में एक-एक नया मामला सामने आया है। मुंबई के किंग एडवर्ड मेमोरियल (KEM) अस्पताल में कोविड-19 के कारण दो मौतों की पुष्टि हुई है।

वैश्विक परिदृश्य: दक्षिण-पूर्व एशिया में कोविड की नई लहर
दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों जैसे थाईलैंड, सिंगापुर और हांगकांग में कोविड-19 संक्रमण की एक नई लहर देखने को मिल रही है। इस उभार के पीछे ओमिक्रॉन का सबवेरिएंट JN.1 और उससे संबंधित उप-रूप ज़िम्मेदार हैं।
सिंगापुर में मई के पहले सप्ताह में मामलों की संख्या 28% बढ़कर 14,200 तक पहुंच गई, जबकि अप्रैल के अंतिम सप्ताह में यह संख्या 11,100 थी। वहीं हांगकांग में मई के पहले सप्ताह में कोविड-19 के कारण 31 मौतें दर्ज की गईं, जो पिछले एक साल में सबसे अधिक साप्ताहिक मौतें हैं। वहां मार्च की शुरुआत में जहां साप्ताहिक मामलों की संख्या केवल 33 थी, वहीं यह संख्या अब बढ़कर 1,042 तक पहुंच गई है।
भारत सरकार की सतर्कता और उच्चस्तरीय बैठक
सिंगापुर और हांगकांग में कोविड मामलों में अचानक हुई वृद्धि के बीच भारत सरकार ने एहतियाती कदम उठाते हुए सोमवार को एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की। इस बैठक की अध्यक्षता स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (DGHS) ने की, जिसमें भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR), इमरजेंसी मेडिकल रिलीफ (EMR) डिवीजन, डिजास्टर मैनेजमेंट सेल, नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC) और प्रमुख केंद्रीय अस्पतालों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
क्या है JN.1 वेरिएंट?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दिसंबर 2023 में JN.1 वेरिएंट को “वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट” घोषित किया था। यह वेरिएंट सबसे पहले अगस्त 2023 में सामने आया था और ओमिक्रॉन के BA.2.86 वेरिएंट की शाखा है। WHO के अनुसार, JN.1 वेरिएंट में लगभग 30 जीन म्यूटेशन हैं। हाल के मामलों में LF.7 और NB.1.8 सबवेरिएंट्स की प्रमुखता देखी गई है।
JN.1 वैरिएंट, जो कि ओमिक्रॉन की उप-प्रजाति BA.2.86 का वंशज है, को दिसंबर 2023 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने “वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट” के रूप में वर्गीकृत किया था। यह वैरिएंट अगस्त 2023 में पहली बार पहचाना गया था और तब से इसके मामलों में वैश्विक स्तर पर निरंतर वृद्धि देखी गई है। JN.1 में लगभग 30 प्रमुख जेनेटिक म्यूटेशन हैं, जो इसे अन्य वेरिएंट्स से अधिक संक्रामक और संभावित रूप से इम्यून-सिस्टम से बच निकलने वाला बनाते हैं। हाल ही में LF.7 और NB.1.8 नामक उप-संस्करण (sublineages) JN.1 के भीतर सबसे अधिक सक्रिय पाए गए हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, इन सबवेरिएंट्स की मौजूदगी से संक्रमण की दर में तेज़ी आई है, लेकिन अभी तक इसकी घातकता (severity) में कोई महत्वपूर्ण बढ़ोतरी नहीं देखी गई है। इसके बावजूद, स्वास्थ्य एजेंसियों ने सतर्कता और निगरानी बढ़ाने की सिफारिश की है, ताकि संक्रमण की श्रृंखला को समय रहते रोका जा सके।
निष्कर्ष: भारत में कोविड-19 के मामलों में फिर से उभार चिंता का विषय है, विशेषकर दक्षिण-पूर्व एशिया में फैल रही नई लहर को देखते हुए। विशेषज्ञों का मानना है कि सतर्कता, निगरानी और समय रहते आवश्यक कदम उठाना बेहद जरूरी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को टेस्टिंग, ट्रैकिंग और वैक्सीनेशन प्रक्रिया को तेज करने के निर्देश दिए हैं।
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