History of Nagpur | नागपुर का इतिहास

History of Nagpur | नागपुर का इतिहास

History of Nagpur | नागपुर का इतिहास

नमस्कार दोस्तों!
आज हम आपको बताएँगे हमारे अपने शहर नागपुर का इतिहास। अगर आप महाराष्ट्र के इस खूबसूरत शहर के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए ही है। चलिए शुरू करते हैं नागपुर के गौरवमयी इतिहास की यात्रा!


History of Nagpur | नागपुर का इतिहास

नागपुर नाम कैसे पड़ा?

नागपुर नाम का संबंध ‘नाग’ (सांप) और ‘पुर’ (शहर) से माना जाता है। कहा जाता है कि यहां बहने वाली नाग नदी के कारण इस जगह को नागपुर कहा गया। नाग नदी आज भी शहर के कई हिस्सों से होकर बहती है।


नागपुर का प्राचीन इतिहास

नागपुर का इतिहास बहुत पुराना है। माना जाता है कि 8वीं शताब्दी में यहां पर पहले मानव बसने लगे थे। प्राचीन काल में यह क्षेत्र नाग वंश के शासकों के अधीन था, जिनकी वजह से इस इलाके को ‘नागभूमि’ भी कहा जाता था।


भोंसले शासनकाल

नागपुर का सबसे सुनहरा काल भोंसले राजवंश के समय था। 18वीं सदी में रघुजी भोंसले ने नागपुर को अपनी राजधानी बनाया। रघुजी भोंसले मराठा साम्राज्य के एक शक्तिशाली सरदार थे। उन्होंने आसपास के कई क्षेत्रों को जीतकर नागपुर को एक मजबूत राज्य बनाया। भोंसले राजाओं ने यहां किले, मंदिर और कई तालाबों का निर्माण करवाया, जिनमें से कई आज भी मौजूद हैं।


अंग्रेजों का आगमन

1817 में अंग्रेजों और मराठाओं के बीच तीसरा एंग्लो-मराठा युद्ध हुआ, जिसमें नागपुर अंग्रेजों के अधीन आ गया। इसके बाद 1853 में भोंसले राजवंश का शासन समाप्त हुआ और नागपुर को ब्रिटिश सरकार ने सीधे अपने अधीन कर लिया। अंग्रेजों ने नागपुर को मध्य प्रांत की राजधानी बनाया और यहां रेलवे, सड़क और प्रशासनिक ढांचा मजबूत किया।


नागपुर और राष्ट्रीय आंदोलन

नागपुर स्वतंत्रता संग्राम में भी पीछे नहीं रहा। 1920 में यहां कांग्रेस का विशेष अधिवेशन हुआ, जिसमें महात्मा गांधी ने भाग लिया था। नागपुर ने अनेक स्वतंत्रता सेनानियों को जन्म दिया। यहाँ की धरती ने देशभक्ति की कई कहानियाँ देखी हैं।


आज का नागपुर

आज नागपुर को ‘ऑरेंज सिटी’ के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यहां संतरों का उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है। इसके अलावा नागपुर को भारत का टाइगर कैपिटल भी कहा जाता है क्योंकि यह पेंच और ताडोबा जैसे प्रसिद्ध टाइगर रिज़र्व के नजदीक है।

नागपुर एक प्रमुख शैक्षणिक, औद्योगिक और प्रशासनिक केंद्र बन चुका है। यह देश का जियोग्राफिकल सेंटर भी माना जाता है — जी हां, नागपुर में शून्य माइल स्टोन है, जो भारत के केंद्र को दर्शाता है।


कुछ खास बातें नागपुर के बारे में

तथ्यजानकारी
📍 स्थानमहाराष्ट्र का विदर्भ क्षेत्र
🌐 उपनामऑरेंज सिटी, टाइगर कैपिटल
🏛️ पुरातन स्थलसीताबर्डी किला, दीक्षा भूमि
🚉 प्रमुख रेलवे जंक्शननागपुर रेलवे स्टेशन
🐅 प्रमुख टाइगर रिज़र्वपेंच, ताडोबा
🎓 प्रमुख संस्थानVNIT, IIM नागपुर
✈️ एयरपोर्टडॉ. बाबासाहेब अंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा

निष्कर्ष

दोस्तों, नागपुर सिर्फ एक शहर नहीं बल्कि इतिहास, संस्कृति और आधुनिकता का अद्भुत संगम है। चाहे प्राचीन काल के नाग वंश की कहानियाँ हों, भोंसले राजाओं की वीरता हो या आज के आधुनिक नागपुर की तरक्की — यह शहर हर दृष्टि से खास है।

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नागपुर का इतिहास — अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)

प्रश्न 1: नागपुर नाम कैसे पड़ा?

उत्तर:
नागपुर नाम ‘नाग’ (सांप) और ‘पुर’ (शहर) से मिलकर बना है। माना जाता है कि यहां बहने वाली नाग नदी के कारण इस जगह का नाम नागपुर पड़ा।

प्रश्न 2: नागपुर का प्राचीन इतिहास कितना पुराना है?

उत्तर:
नागपुर का इतिहास करीब 8वीं शताब्दी से शुरू माना जाता है। पहले यह नाग वंश के शासकों के अधीन था, जिनके नाम पर इसे नागभूमि कहा जाता था।

प्रश्न 3: नागपुर में भोंसले राजाओं का क्या योगदान है?

उत्तर:
18वीं सदी में भोंसले राजवंश ने नागपुर को अपनी राजधानी बनाया। रघुजी भोंसले और उनके वंशजों ने कई किले, मंदिर और तालाब बनवाए और इस क्षेत्र को समृद्ध बनाया।

प्रश्न 4: नागपुर अंग्रेजों के अधीन कब आया?

उत्तर:
तीसरे एंग्लो-मराठा युद्ध (1817) के बाद नागपुर अंग्रेजों के अधीन आ गया। 1853 में भोंसले राजवंश का शासन पूरी तरह खत्म हो गया और नागपुर को ब्रिटिश सरकार ने सीधे अपने नियंत्रण में ले लिया।

प्रश्न 5: नागपुर स्वतंत्रता आंदोलन में कैसे जुड़ा?

उत्तर:
नागपुर स्वतंत्रता संग्राम का महत्वपूर्ण केंद्र था। 1920 में यहाँ कांग्रेस का विशेष अधिवेशन हुआ था जिसमें महात्मा गांधी भी आए थे। इस शहर ने कई स्वतंत्रता सेनानियों को जन्म दिया।

प्रश्न 6: नागपुर को ऑरेंज सिटी क्यों कहा जाता है?

उत्तर:
नागपुर को ‘ऑरेंज सिटी’ इसलिए कहा जाता है क्योंकि यहाँ संतरे की खेती बड़े पैमाने पर होती है और यहाँ के संतरे पूरे देश में प्रसिद्ध हैं।

प्रश्न 7: नागपुर का भारत में विशेष महत्व क्या है?

उत्तर:
नागपुर भारत का जियोग्राफिकल सेंटर (भौगोलिक केंद्र) माना जाता है। यहाँ ‘शून्य माइल स्टोन’ है, जो इस बात का प्रतीक है। इसके अलावा यह महाराष्ट्र की दूसरी राजधानी भी है।

प्रश्न 8: नागपुर में कौन-कौन सी प्रमुख जगहें देखी जा सकती हैं?

उत्तर:
नागपुर में सीताबर्डी किला, दीक्षा भूमि, अंबाझरी लेक, महाराजबाग चिड़ियाघर और पेंच तथा ताडोबा टाइगर रिज़र्व बहुत प्रसिद्ध हैं।

प्रश्न 9: आज का नागपुर किसके लिए प्रसिद्ध है?

उत्तर:
आज का नागपुर संतरे, टाइगर रिज़र्व, शैक्षणिक संस्थान, और औद्योगिक विकास के लिए जाना जाता है। इसे ‘टाइगर कैपिटल ऑफ इंडिया’ भी कहा जाता है।

प्रश्न 10: नागपुर से जुड़ी कोई रोचक बात बताएं?

उत्तर:
क्या आप जानते हैं? नागपुर भारत का ऐसा शहर है जहां हर साल दशहरा पर भव्य रैलियां निकलती हैं और दीक्षा भूमि पर लाखों लोग बाबा साहेब अंबेडकर की स्मृति में इकट्ठा होते हैं। यह देश के सबसे बड़े बौद्ध स्थल में से एक है।


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