Indias Second National Gene Bank! Big News for Farmers! | भारत में दूसरा राष्ट्रीय जीन बैंक! किसानों के लिए बड़ी खबर!

Indias Second National Gene Bank! Big News for Farmers! | भारत में दूसरा राष्ट्रीय जीन बैंक! किसानों के लिए बड़ी खबर!

Indias Second National Gene Bank! Big News for Farmers! | भारत में दूसरा राष्ट्रीय जीन बैंक! किसानों के लिए बड़ी खबर!

भारत सरकार ने भविष्य में खाद्य एवं पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से दूसरे राष्ट्रीय जीन बैंक की स्थापना की घोषणा की है। यह पहल केंद्रीय बजट 2025-26 की थीम “नवाचारों में निवेश” के तहत की गई है। इस अत्याधुनिक जीन बैंक की क्षमता 10 लाख फसल जर्मप्लाज्म के संरक्षण की होगी, जिससे भारत वैश्विक जैव विविधता संरक्षण में एक अग्रणी भूमिका निभाने की दिशा में आगे बढ़ेगा।


Indias Second National Gene Bank! Big News for Farmers! | भारत में दूसरा राष्ट्रीय जीन बैंक! किसानों के लिए बड़ी खबर!

भारत का पहला राष्ट्रीय जीन बैंक और उसकी भूमिका

वर्तमान में, भारत में आईसीएआर-राष्ट्रीय पौध आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो (NBPGR), नई दिल्ली में स्थित राष्ट्रीय जीन बैंक (NGB) दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा जीन बैंक है। इसमें 2,157 प्रजातियों के 4,71,561 अभिगम (accessions) संरक्षित हैं। यह जीन बैंक विभिन्न सार्वजनिक और निजी एजेंसियों के लिए फसल सुधार और आनुवंशिक संसाधनों के प्रबंधन हेतु महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

भारत, जो प्राचीन काल से ही कृषि प्रधान देश रहा है, अपनी विविध जलवायु और समृद्ध जैव विविधता के लिए जाना जाता है। बदलते पर्यावरणीय परिदृश्य और जैव विविधता के ह्रास को देखते हुए, भारत सरकार ने 1996 में पहला राष्ट्रीय जीन बैंक (National Gene Bank – NGB) स्थापित किया। इसका उद्देश्य देशी और पारंपरिक फसल किस्मों के बीजों, ऊतकों और अन्य आनुवंशिक संसाधनों को सुरक्षित रखना था, ताकि भविष्य में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

दूसरे राष्ट्रीय जीन बैंक की आवश्यकता और महत्व

भारत में तेजी से बदलते जलवायु परिवर्तन, बढ़ती जनसंख्या और खाद्य सुरक्षा की चुनौतियों को देखते हुए एक और उन्नत जीन बैंक की स्थापना अनिवार्य हो गई है। यह नया जीन बैंक:

10 लाख जर्मप्लाज्म के संरक्षण की क्षमता रखेगा।

यह जीन बैंक अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे से लैस होगा, जिससे आनुवंशिक संसाधनों का दीर्घकालिक संरक्षण सुनिश्चित किया जा सकेगा।

वैश्विक स्तर पर जैव विविधता संरक्षण में भारत की स्थिति को और मजबूत करेगा।

देश के किसानों और कृषि वैज्ञानिकों को नई किस्मों और अधिक उपज देने वाली फसलों के विकास में सहायता प्रदान करेगा।

सरकार की प्रतिबद्धता

राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री भागीरथ चौधरी ने इस जीन बैंक की स्थापना की पुष्टि की। सरकार ने यह स्पष्ट किया कि यह पहल भारत की कृषि क्षमता को बढ़ाने और वैश्विक खाद्य सुरक्षा में योगदान देने की दिशा में एक ठोस कदम है।

दूसरे राष्ट्रीय जीन बैंक की स्थापना भारत की कृषि और खाद्य सुरक्षा रणनीति में एक ऐतिहासिक पहल है। यह न केवल भारत की स्थानीय और पारंपरिक फसल प्रजातियों के संरक्षण में सहायक होगा, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस परियोजना से वैज्ञानिक अनुसंधान, नवाचार और सतत कृषि विकास को भी नया आयाम मिलेगा, जिससे भारत वैश्विक कृषि शक्ति बनने की ओर अग्रसर होगा।


भारत में स्थापित जीन बैंक संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न

प्रश्न 1: भारत का पहला राष्ट्रीय जीन बैंक कब और कहाँ स्थापित किया गया था?

उत्तर: भारत का पहला राष्ट्रीय जीन बैंक 1996 में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के तहत राष्ट्रीय पौध आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो (NBPGR), नई दिल्ली में स्थापित किया गया था।

प्रश्न 2: भारत में राष्ट्रीय जीन बैंक की स्थापना का मुख्य उद्देश्य क्या था?

उत्तर: राष्ट्रीय जीन बैंक की स्थापना का मुख्य उद्देश्य देशी और पारंपरिक फसल किस्मों के बीजों, ऊतकों और अन्य आनुवंशिक संसाधनों का संरक्षण करना था, ताकि जलवायु परिवर्तन और अन्य खतरों के बावजूद भविष्य की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

प्रश्न 3: भारत में राष्ट्रीय जीन बैंक किसानों और कृषि वैज्ञानिकों के लिए कैसे उपयोगी है?

उत्तर: राष्ट्रीय जीन बैंक किसानों और कृषि वैज्ञानिकों को बेहतर और अधिक उपज देने वाली फसल किस्में विकसित करने में सहायता करता है। यह जलवायु-अनुकूल बीजों को संरक्षित कर कृषि अनुसंधान, फसल सुधार और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करता है।

प्रश्न 4: क्या राष्ट्रीय जीन बैंक का उपयोग केवल खाद्य फसलों के लिए किया जाता है?

उत्तर: नहीं, राष्ट्रीय जीन बैंक औषधीय पौधों, चारा फसलों, मसालों और बागवानी फसलों सहित कई प्रकार के पौधों के आनुवंशिक संसाधनों को भी संरक्षित करता है।

प्रश्न 5: भारत सरकार ने दूसरे राष्ट्रीय जीन बैंक की स्थापना की घोषणा कब की?

उत्तर: भारत सरकार ने केंद्रीय बजट 2025-26 के तहत 10 लाख फसल जर्मप्लाज्म के संरक्षण के उद्देश्य से दूसरे राष्ट्रीय जीन बैंक की स्थापना की घोषणा की।

प्रश्न 6: दूसरे राष्ट्रीय जीन बैंक की संरक्षण क्षमता कितनी होगी?

उत्तर: दूसरे राष्ट्रीय जीन बैंक में 10 लाख फसल जर्मप्लाज्म के संरक्षण की क्षमता होगी।


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