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ToggleNational Womens Day 2025 | राष्ट्रीय महिला दिवस 2025 : सरोजिनी नायडू जयंती
भारत में हर साल 13 फरवरी को “राष्ट्रीय महिला दिवस” (National Women’s Day) मनाया जाता है, यह दिन भारत की स्वतंत्रता सेनानी, देश की पहली महिला गवर्नर और “भारत कोकिला” नाम से मशहूर श्रीमती सरोजिनी नायडू जी के जन्म दिवस के अवसर पर राष्ट्र के प्रति उनके अमुल्य योगदान के सम्मान में मनाया जाता है। वह भारत की प्रसिद्ध नेता होने के साथ-साथ वह एक प्रसिद्ध कवयित्री और सामाजिक कार्यकर्ता भी थी। 13 फरवरी 2025 को सरोजिनी नायडू जी की 146 वीं जयंती के रूप में मनाया जाएगा। 2025 में यह दिन महिलाओं के अधिकारों, उनकी उपलब्धियों और समाज में उनके योगदान के प्रती जागरूकता को समर्पित है।

राष्ट्रीय महिला दिवस का महत्व और उद्देश्य
महिलाओं की समानता, सशक्तिकरण और स्वतंत्रता की भावना को बढ़ावा देने के लिए भारत में राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।
स्वतंत्र भारत के आर्थिक विकास और महिलाओं की सामाजिक प्रगती में महिलाओं के योगदान को बढ़ावा देने हेतु यह दिन महत्वपूर्ण है।
आज महिलाए हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही हैं, फिर चाहे वह विज्ञान हो, राजनीति हो, खेल हो या फिर व्यापार सभी क्षेत्र में महिलाएं पुरुषों के बराबर अपना योगदान दे रही है। राष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं के आत्मविश्वास को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
राष्ट्रीय महिला दिवस का तहत रास्ट्र के पीछडे क्षेत्र में महिलाओं के आर्थिक, सामाजिक और शैक्षिक विकास पर जोर दिया जाए, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और भारत को 2047 तक संपूर्ण विकसित भारत बनाने में महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें।
भारत में राष्ट्रीय महिला दिवस की शुरुआत
सरोजिनी नायडू की 135वीं जयंती के अवसर पर 13 फरवरी 2014 से भारत में राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने की सुरुआत की गई। यह दिन 1947 में भारत के स्वतंत्रता के बाद जब सरोजिनी नायडू को उत्तर प्रदेश की पहली महिला राज्यपाल बनने का गौरव प्राप्त हुआ था। उसको ध्यान में रखते हुए महिलाओं के प्रगती के लिए प्रेरित 13 फरवरी को राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है।
राष्ट्रीय महिला दिवस को सरोजिनी नायडू की जयंती के अवसर पर मनाने के पीछे एक महत्वपूर्ण कारण यह भी है की, उन्हें “भारत कोकिला” (Nightingale of India) कहा जाता है, क्योंकि उन्होंने अपनी कविताओं के ज़रीए स्वतंत्रता संग्राम के दौरान जनता में प्रेरणा जगाई, उन्होंने महिलाओं की शिक्षा, समानता और अधिकारों के लिए लगातार संघर्ष किया।
सरोजिनी नायडू का परिचय
सरोजिनी नायडू का जन्म 13 फरवरी 1879 को हैदराबाद में एक बंगाली ब्राह्मण परिवार में हुआ था।
1925 में उन्हें उनकी शैक्षणिक योग्यता और राजनीतिक कौशल के आधार पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कानपुर में आयोजित 44वें अधिवेशन का अध्यक्ष चुना गया था।
उन्होंने भारत के स्वतंत्रता में कई आंदोलनों में सक्रिय भूमिका निभाई थी, जिस वजह से उन्हे भारत छोड़ो आंदोलन में 21 महीने का कारावास भी हुआ था।
2 मार्च 1949 को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में दिल का दौरा पड़ने से सरोजिनी नायडू की मृत्यु हो गई।
सरोजिनी नायडू की कुछ साहित्यिक कृतियाँ
गोल्डन थ्रेशोल्ड (1905), किताबिस्तान, मुहम्मद जिन्ना: एकता के राजदूत, समय का पक्षी: जीवन, मृत्यु और वसंत के गीत, टूटा पंख: प्रेम, मृत्यु और वसंत के गीत, भारत का उपहार, भारतीय बुनकर और राजदंडधारी बांसुरी: भारत के गीत आदी. साहित्य के जरिए सरोजिनी नायडू ने देश में राष्ट्र प्रेम और एकता का संदेश जनता तक पहुंचाया।
भारत में महिलाओं की उपलब्धियाँ और प्रेरणा
भारत में ऐसी कई महिलाएँ हैं, जिन्होंने अपनी कढी मेहनत और दृढ़ संकल्प से देश में अपनी अलग पहचान बनाई है और देश का नाम रोशन किया है।
अनु क्र. | नाम | प्रथम महिला |
1 | श्रीमती इंदिरा गांधी | भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री |
2 | सरोजिनी नायडू | प्रथम महिला राज्यपाल |
3 | सुचेता कृपलानी | प्रथम महिला मुख्यमंत्री |
4 | किरण बेदी | प्रथम महिला IPS |
5 | मीरा कुमार | प्रथम महिला लोक सभा अध्यक्ष |
6 | कल्पना चावला | प्रथम महिला अंतरिक्ष यात्री |
7 | जयंती पटनायक | महिला राष्ट्रिय आयोग की पहली अध्यक्ष |
8 | रजिया सुल्तान | दिल्ली सल्तनत की एक मात्र महिला शासक |
9 | अवनी चतुर्वेदी | प्रथम महिला फाइटर पायलट |
10 | प्रतिभा पाटिल | भारत की पहली महिला राष्ट्रपति |
राष्ट्रीय महिला दिवस संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न
1 ) भारत में राष्ट्रीय महिला दिवस कब मनाया जाता है ?
उत्तर : “भारत कोकिला” नाम से मशहूर श्रीमती सरोजिनी नायडू जी के जन्म दिवस के अवसर पर 13 फरवरी को राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है।
2 ) भारत में राष्ट्रीय महिला दिवस किसको समर्पित है ?
उत्तर : भारत में राष्ट्रीय महिला दिवस भारत की स्वतंत्रता सेनानी और देश की पहली महिला गवर्नर श्रीमती सरोजिनी नायडू के महिलाओं की शिक्षा, समानता और अधिकारों के लिए लगातार संघर्ष को समर्पित है।
3 ) भारत की पहली महिला राज्यपाल कौन है ?
उत्तर : भारत के स्वतंत्रता के बाद सरोजिनी नायडू ने उत्तर प्रदेश की पहली महिला राज्यपाल का पदभार संभाला था।
4 ) श्रीमती सरोजिनी नायडू का जन्म कब और कहां हुआ था ?
उत्तर : सरोजिनी नायडू का जन्म 13 फरवरी 1879 को हैदराबाद में एक बंगाली ब्राह्मण परिवार में हुआ था।
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